फैशन डिजाइनर की बाथरूम में संदिग्ध हालात में मौत, हत्या के आरोप में बेटा गिरफ्तार
मुंबई. फैशन डिजाइनर सुनीता सिंह (45) की संदिग्ध
हालात में मौत के बाद मुंबई पुलिस ने उसके बेटे लक्ष्य को गिरफ्तार किया।
जांच के बाद उसके खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। लक्ष्य
कई बड़े इवेंट्स में मॉडलिंग कर चुका है। पुलिस ने लक्ष्य की मंगेतर से भी पूछताछ की।
पुलिस के मुताबिक, सुनीता लोखंडवाला इलाके में बेटे लक्ष्य और उसकी मंगेतर अशप्रिया बनर्जी के साथ किराए के फ्लैट में रहती थी। बुधवार रात किसी बात को लेकर सुनीता और लक्ष्य में झगड़ा हो गया था। इसके बाद लक्ष्य ने मां को बाथरूम में धक्का दे दिया। उसका सिर वॉशबेसिन से टकराया और उसे गंभीर चोट आईं।
इंस्पेक्टर शैलेष पासवान ने एक अखबार को बताया कि तीनों गांजा और चरस के आदी थे। पूछताछ में लक्ष्य ने कहा था कि गुरुवार तड़के बाथरूम में पैर फिसलने की वजह से मां को सिर में गंभीर चोट आई। इसके बाद सुनीता बेसुध हालत में खून से लथपथ मिली।
लक्ष्य ने बताया कि मां को अस्पताल पहुंचाने के लिए उसने एक एंबुलेंस बुलाई, लेकिन कर्मचारी इसे पुलिस केस बताकर मदद के लिए तैयार नहीं हुए। इसके बाद वह फोन बंद कर मंदिर में जाकर बैठ गया। बाद में उसने एक दोस्त को फोन किया, जिसने दोपहर करीब 2 बजे पुलिस को घटना की सूचना दी।
सूत्रों के मुताबिक, सुनीता और लक्ष्य ने कई लोगों से कर्ज ले रखा था। वे उधारी वसूलने को लेकर परेशान थे, इसीलिए तीन महीने पहले लोखंडवाला के फ्लैट में शिफ्ट हुए थे।
परिवार के एक करीबी ने बताया कि सुनीता मूलरूप से पानीपत की रहने वाली थी। कुछ साल पहले उसके पति की मौत हो गई थी। भाई और अन्य रिश्तेदार दिल्ली में रहते हैं।नई दिल्ली. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने शनिवार को कहा कि देश में कानूनी सहायता एक बड़ा विषय है। देश में 67% कैदी ट्रायल पर हैं। इनमें से 47% की उम्र 18-30 साल के बीच में है। इसका मतलब बड़ी संख्या में युवा जेल में अंडर ट्रायल बंद हैं। कानूनी मदद देने वाले वकीलों की गुणवत्ता में सुधारने की जरूरत है। चीफ जस्टिस गोगोई ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा- आज भारत में वकीलों की कितनी तादाद है? लगभग 13-14 लाख, यह पर्याप्त नहीं है। अमेरिका में हर 200 लोगों की संख्या पर 1 वकील है, लेकिन भारत में हर 1800 पर 1 वकील है। वकीलों का औसत बढ़ाने की जरूरत है। जस्टिस रंजन गोगोई सुप्रीम कोर्ट के 46वें चीफ जस्टिस के रूप में 3 अक्टूबर को शपथ ली। इस पद पर 17 नवम्बर 2019 तक रहेंगे। वे पूर्वोत्तर भारत से पहले चीफ जस्टिस हैं। जस्टिस गोगोई सुप्रीम कोर्ट के ऐसे पहले चीफ जस्टिस हैं, जिनके पिता मुख्यमंत्री रहे। इनके पिता केशब चंद्र गोगोई असम में कांग्रेसी नेता थे और वर्ष 1982 में मुख्यमंत्री भी रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, सुनीता लोखंडवाला इलाके में बेटे लक्ष्य और उसकी मंगेतर अशप्रिया बनर्जी के साथ किराए के फ्लैट में रहती थी। बुधवार रात किसी बात को लेकर सुनीता और लक्ष्य में झगड़ा हो गया था। इसके बाद लक्ष्य ने मां को बाथरूम में धक्का दे दिया। उसका सिर वॉशबेसिन से टकराया और उसे गंभीर चोट आईं।
इंस्पेक्टर शैलेष पासवान ने एक अखबार को बताया कि तीनों गांजा और चरस के आदी थे। पूछताछ में लक्ष्य ने कहा था कि गुरुवार तड़के बाथरूम में पैर फिसलने की वजह से मां को सिर में गंभीर चोट आई। इसके बाद सुनीता बेसुध हालत में खून से लथपथ मिली।
लक्ष्य ने बताया कि मां को अस्पताल पहुंचाने के लिए उसने एक एंबुलेंस बुलाई, लेकिन कर्मचारी इसे पुलिस केस बताकर मदद के लिए तैयार नहीं हुए। इसके बाद वह फोन बंद कर मंदिर में जाकर बैठ गया। बाद में उसने एक दोस्त को फोन किया, जिसने दोपहर करीब 2 बजे पुलिस को घटना की सूचना दी।
सूत्रों के मुताबिक, सुनीता और लक्ष्य ने कई लोगों से कर्ज ले रखा था। वे उधारी वसूलने को लेकर परेशान थे, इसीलिए तीन महीने पहले लोखंडवाला के फ्लैट में शिफ्ट हुए थे।
परिवार के एक करीबी ने बताया कि सुनीता मूलरूप से पानीपत की रहने वाली थी। कुछ साल पहले उसके पति की मौत हो गई थी। भाई और अन्य रिश्तेदार दिल्ली में रहते हैं।नई दिल्ली. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने शनिवार को कहा कि देश में कानूनी सहायता एक बड़ा विषय है। देश में 67% कैदी ट्रायल पर हैं। इनमें से 47% की उम्र 18-30 साल के बीच में है। इसका मतलब बड़ी संख्या में युवा जेल में अंडर ट्रायल बंद हैं। कानूनी मदद देने वाले वकीलों की गुणवत्ता में सुधारने की जरूरत है। चीफ जस्टिस गोगोई ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा- आज भारत में वकीलों की कितनी तादाद है? लगभग 13-14 लाख, यह पर्याप्त नहीं है। अमेरिका में हर 200 लोगों की संख्या पर 1 वकील है, लेकिन भारत में हर 1800 पर 1 वकील है। वकीलों का औसत बढ़ाने की जरूरत है। जस्टिस रंजन गोगोई सुप्रीम कोर्ट के 46वें चीफ जस्टिस के रूप में 3 अक्टूबर को शपथ ली। इस पद पर 17 नवम्बर 2019 तक रहेंगे। वे पूर्वोत्तर भारत से पहले चीफ जस्टिस हैं। जस्टिस गोगोई सुप्रीम कोर्ट के ऐसे पहले चीफ जस्टिस हैं, जिनके पिता मुख्यमंत्री रहे। इनके पिता केशब चंद्र गोगोई असम में कांग्रेसी नेता थे और वर्ष 1982 में मुख्यमंत्री भी रहे हैं।
इंटरनेशनल डेस्क। में भारतीय रेसलर सुनील चेन्नई. चुनाव आयोग ने शुक्रवार को मद्रास हाईकोर्ट
में कहा आधार और वोटर आईडी लिंक करने पर कोई आपत्ति नहीं है। फर्जी वोटों
को रोकने के लिए आधार से वोटर आईडी लिंक करने की मांग को लेकर याचिका दायर
की गई है। सुनवाई के दौरान आयोग ने कहा- यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के आधार पर
दिए गए आदेश को ध्यान में रखकर किया गया। आयोग के काउंसिल निरंजन राजागोपालन ने जस्टिस एस मणिकुमार और जस्टिस पीटी
आशा के सामने पेश की गई रिपोर्ट में कहा कि आयोग को आधार और वोटर आईडी लिंक
करने में आने वाले खर्च पर भी विचार करना पड़ा।
कोर्ट ने इस मामले में यूआईडीएआई, कानून और गृह मंत्रालय को भी अभियोजित कर दिया है। मामले में अगली सुनवाई 29 अक्टूबर को होगी। याचिकाकर्ता एमएल रवि ने आधार और वोटर आईडी लिंक करने की मांग की थी, जिससे एक से ज्यादा बार एक वोट की इंट्री, अवैध और फर्जी वोटरों पर रोक लग सके। रवि ने कोर्ट में चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई वोटर लिस्ट में गलतियों को भी पेश किया। उन्होंने कोर्ट में तर्क दिया है कि आयोग राजनीतिक पार्टियों से लिस्ट में गलतियों को खत्म करने में मदद मांगता है, जिससे और ज्यादा गलतियां हो जाती हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने 26 सितंबर को अपने फैसले में आधार की संवैधानिक वैधता को बरकरार रखा था। कोर्ट ने कहा था कि सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए यह अनिवार्य रहेगा। हालांकि, स्कूलों में एडमिशन और बैंक खाता खोलने के लिए यह जरूरी नहीं है।
सिंह की महिला रेसलर ने पिटाई कर दी। वो वुमन रेसलर से माफी भी मांगते नजर आ रहे हैं। चल रहा था, जहां वो अपनी साथी एलिसिया के साथ मैच खेलने पहुंचे। स्टार रेसलर बैले और फिन बेलोर के खिलाफ मैच खेल रहे थे, जब वो अपनी साथी रेसलर एलिसिया की मदद कर रहे थे तो बैले ने चालाकी से दूसरी महिला रेसलर को लात मार दी, जिसके बाद साथी महिला रेसलर एलिसिया ही सुनील पर गुस्सा करने लगीं, क्योंकि दोनों महिलाओं के बीच लड़ाई में वो बीच में आ गए थे। जिसके बाद सुनील सिंह रिंग में पहुंचे तो बैले ने उनको मारकर बाहर कर दिया और साथी रेसलर को भी बाहर फेक दिया। जिसके बाद फिन बेलोर ने हवा में उड़कर दोनों को लात मार दी। सोशल मीडिया पर वीडियो काफी वायरल हो रहा है।
कोर्ट ने इस मामले में यूआईडीएआई, कानून और गृह मंत्रालय को भी अभियोजित कर दिया है। मामले में अगली सुनवाई 29 अक्टूबर को होगी। याचिकाकर्ता एमएल रवि ने आधार और वोटर आईडी लिंक करने की मांग की थी, जिससे एक से ज्यादा बार एक वोट की इंट्री, अवैध और फर्जी वोटरों पर रोक लग सके। रवि ने कोर्ट में चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई वोटर लिस्ट में गलतियों को भी पेश किया। उन्होंने कोर्ट में तर्क दिया है कि आयोग राजनीतिक पार्टियों से लिस्ट में गलतियों को खत्म करने में मदद मांगता है, जिससे और ज्यादा गलतियां हो जाती हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने 26 सितंबर को अपने फैसले में आधार की संवैधानिक वैधता को बरकरार रखा था। कोर्ट ने कहा था कि सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए यह अनिवार्य रहेगा। हालांकि, स्कूलों में एडमिशन और बैंक खाता खोलने के लिए यह जरूरी नहीं है।
सिंह की महिला रेसलर ने पिटाई कर दी। वो वुमन रेसलर से माफी भी मांगते नजर आ रहे हैं। चल रहा था, जहां वो अपनी साथी एलिसिया के साथ मैच खेलने पहुंचे। स्टार रेसलर बैले और फिन बेलोर के खिलाफ मैच खेल रहे थे, जब वो अपनी साथी रेसलर एलिसिया की मदद कर रहे थे तो बैले ने चालाकी से दूसरी महिला रेसलर को लात मार दी, जिसके बाद साथी महिला रेसलर एलिसिया ही सुनील पर गुस्सा करने लगीं, क्योंकि दोनों महिलाओं के बीच लड़ाई में वो बीच में आ गए थे। जिसके बाद सुनील सिंह रिंग में पहुंचे तो बैले ने उनको मारकर बाहर कर दिया और साथी रेसलर को भी बाहर फेक दिया। जिसके बाद फिन बेलोर ने हवा में उड़कर दोनों को लात मार दी। सोशल मीडिया पर वीडियो काफी वायरल हो रहा है।
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